Agristack survey – लक्ष्य 50 का कर रहे 500, चमत्कार या गुणवत्ता का बंटाधार।

क्या है Agristack survey ?


भारत सरकार द्वारा एक महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत प्रत्येक भूखंड का किस तरह उपयोग किया जा रहा है, इसकी जानकारी के लिए Agristack survey योजना की शुरुआत की गई है।

क्या है Agristack survey का उद्देश्य ?

Agristack survey का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार द्वारा यह जानकारी प्राप्त करना है कि किसी फसली वर्ष में कितने रकबे पर कौन सी फसल की बुवाई किया जा रहा है, ताकि फसल के उत्पादन से पूर्व ही उनके भंडारण विपणन और खरीद की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही पारदर्शी तरीके से MSP का निर्धारण किया जा सके। साथ ही इससे यह भी जानकारी प्राप्त हो सकेगी कि कितनी भूमि परती है या गैर कृषि उपयोग में लाई जा रही है।

कैसे किया जा रहा Agristack survey ?

बात करे उत्तर प्रदेश जैसे कुछ राज्यों की जहां पर प्रत्येक राजस्व ग्राम में सर्वेयर के माध्यम से प्रत्येक भूखंड पर जाकर एंड्रॉयड मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से पड़ताल कराया जा रहा है। वहीं दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में ड्रोन की सहायता से यह सर्वे संपादित कराया जा रहा है।

कौन है Agristack survey के सर्वेयर ?

उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से राजस्व लेखपाल ही Agristack survey का कार्य कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त आंशिक रूप से कृषि विभाग के तकनीकी सहायक व पंचायत सहायक भी Agristack survey के कार्य को कर रहे हैं।

Agristack survey में क्या क्या विवरण दर्ज किया जा रहा है ?

Agristack survey में प्रत्येक भूखंड के संदर्भ में निम्न जानकारी एकत्रित की जा रही है।
1 कितने रकबे का गैर कृषि उपयोग किया जा रहा है।
2 कितनी भूमि मौके पर खाली या परती है।
3 कितने भूभाग से फसल पहले ही काट ली गई है।
4 कौन सी बारहमासी फसले लगाई गई है जैसे वृक्ष आदि
5 कौन सी दो वर्षीय फसले लगाई गई है जैसे गन्ना केला आदि
6 कौन से मौसमी फसले लगाई गई हैं के साथ साथ उनका रकबा।

एक दिन में कितने भूखंड के Agristack survey का है लक्ष्य ?

भारत सरकार द्वारा अपने आदेश में गुणवत्तापूर्ण Agristack survey के लिए प्रतिदिन प्रति सर्वेयर अधिकतम 50 भूखंड का सर्वे किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

कुछ पड़ताल वीर प्रतिदिन कर रहे 500 से 700 Agristack survey

दिनांक 28 अगस्त 2024 को राजस्व परिषद द्वारा जारी टॉप 20 सर्वेयर की लिस्ट पर नजर डालें तो अधिकांश द्वारा 480 से लेकर 658 गाटों तक का सर्वे किया गया है।

Agristack survey में कितना लग रहा समय?

ईमानदारी से सर्वे कर रहे अधिकांश सर्वेयर द्वारा यह बताया गया कि एक भूखंड का सर्वे करने में उपरोक्त जानकारी दर्ज करने के लिए लगभग 2 मिनट का समय लग रहा है, जबकि एक भूखंड से दूसरे भूखंड तक जाने के लिए औसतन एक मिनट का समय लग रहा है, इस प्रकार बिना रुके थके सर्वे करने पर भी एक घंटे में अधिकतम 20 भूखंड का सर्वे किया जा रहा है। इस प्रकार लगातार 5 से 6 घंटे सर्वे करने पर अधिकतम 100 से 120 भूखंड का Agristack survey किया जा सकता है। इतने में मोबाइल और शरीर दोनों की ही बैटरी जवाब दे जा रही है।

पड़ताल वीर कर रहे 500 से 700 Agristack survey

आम सर्वेयर के लिए यह आज भी रहस्य का विषय बना हुआ है कि कुछ पड़ताल वीर कैसे 500 से 700 गाटा का सर्वे कर दे रहे हैं। ऐसी कौन सी रहस्यमई शक्ति उनके हाथ लग गई है।

Agristack survey में चमत्कार या गुणवत्ता का कर रहे बंटाधार

शासन द्वारा स्वयं गुणवत्ता पूर्ण Agristack survey के लिए अधिकतम 50 गाटा सर्वे का मानक रखा गया है, मानक से दो या ढाई गुना तक सर्वे भी समझ में आ सकता है, परंतु 10 गुना सर्वे में गड़बड़झाला है।

गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त किए बिना अफसर कर रहे वाहवाही

आखिर एक दिन में मानक से 10 गुना सर्वे कैसे किया जा रहा है, गुणवत्ता कैसे सुनिश्चित की जा रही है, इस पर ध्यान दिए बिना अफसर भी वाहवाही करने में लगे हैं। और पड़ताल वीरों की हो गई है मौज. साथ ही मानक अनुसार 50 गाटा का सर्वे करने वाले सर्वेयर को कई तहसीलों में अफसर कामचोर की संज्ञा दे रहे हैं.

यह भी पढ़ें लेखपाल स्थानांतरण आखिर कब

यह भी पढ़ें स्थानांतरण न होने से परेशान लेखपाल ने मुख्यमंत्री जी को लिखा पत्र

Leave a Comment