Lekhpal transfer: “अधियाचन भेजे जाने के साथ ही फिर से लटक जाएगा, अंतरमंडलीय स्थानांतरण।”

अपने घर परिवार से सैकड़ो किलोमीटर दूर रह रहे लेखपालों के लिए अंतरमंडलीय स्थानांतरण की आस अब धुधली पड़ती जा रही है। पिछले 4 वर्ष से lekhpal transfer की आस लगाए लेखपालों को अभी तक निराशा ही हाथ लगी है।

परिषद ने दो बार किया स्थानांतरण, तीसरी बार lekhpal transfer में लगा दिया अड़ंगा।

राजस्व परिषद द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी शासनादेश के क्रम में दो बार अंतरमंडलीय स्थानांतरण किया गया, परंतु तीसरी बार शुरुआत में यह कहकर अड़ंगा लगाया गया कि नई लेखपाल भर्ती हेतु अधीनस्थ सेवा आयोग को अधियाचन भेजा जा चुका है, यदि इस दौरान स्थानांतरण कर दिया जाता है तो अधियाचान और भर्ती का आरक्षण आदि प्रभावित होगा, पर जैसे ही लेखपाल भर्ती पूरी हुई, परिषद ने नया अड़ंगा लगा दिया कि जब तक lekhpal transfer हेतु अंतरमंडलीय स्थानांतरण के प्रावधान को लेखपाल सेवा नियमावली में शामिल नहीं कर लिया जाता तब तक lekhpal transfer नहीं होगा।

राजस्व परिषद द्वारा शासन को भेजा जा चुका है प्रस्ताव

राजस्व परिषद द्वारा lekhpal transfer हेतु अंतरमंडलीय स्थानांतरण के प्रावधान को लेखपाल सेवा नियमावली में शामिल किए जाने हेतु, प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, परंतु माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रस्ताव का अवलोकन कर लिए जाने के उपरांत भी अभी तक प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं प्रदान की गई है।

राजस्व परिषद की हठधर्मिता बनाम लेखपाल संघ की अकर्मण्यता?

राजस्व परिषद की हठधर्मिता के कारण तो लेखपाल अंतरमंडलीय स्थानांतरण की आस में निराश हो ही रहे हैं, परंतु दुर्भाग्य की बात ये है कि लेखपाल संघ के पदाधिकारी आज तक इस विषय पर माननीय मुख्यमंत्री जी से 5 मिनट वार्ता करने का समय तक हासिल नहीं कर सके। जबकि लेखपाल संघ के निर्वाचन से पूर्व इनके द्वारा अंतरमंडलीय स्थानांतरण के संबंध में कहा गया था कि “पटरी बिछ चुकी है, बस ट्रेन दौड़ना बाकी है”। लेकिन निर्वाचन के बाद से न ही ट्रेन का कोई अता पता है, और ना ही पटरी का। लेखपाल संघ इस विषय में पूरी तरह से खामोश हो चुका है।

अधियाचन के साथ ही और बढ़ जायेगा इंतजार

माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा राजस्व विभाग के सभी रिक्त पदों को भरने के निर्देश जारी किए गए हैं, जिसके क्रम में राजस्व परिषद द्वारा लेखपाल संवर्ग के 7000 रिक्त पदों को भरने के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ चयन सेवा आयोग को अधियाचन भेजने की तैयारी की जा रही है, अधियाचन भेजे जाने के साथ ही राज्स्व परिषद द्वारा पूर्व की भांति अधियाचन प्रभावित होने का हवाला देकर भर्ती पूरी होने तक अंतरमंडलीय स्थानांतरण करने में असमर्थता घोषित कर दी जाएगी।

अध्यक्ष राजस्व परिषद और माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात ही है एकमात्र विकल्प।

अंतरमंडलीय स्थानांतरण के इच्छुक पीड़ित लेखपालों के लिए समूह बनाकर माननीय मुख्यमंत्री जी और माननीय अध्यक्ष राजस्व परिषद से शीघ्र मिलने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है, पर देखने वाली बात यह है कि अधिकारियों के आदेश पर आधी रात में भी खड़े रहने वाले लेखपाल स्वयं अपने हितों के लिए क्या इतना भी करने का प्रयास कर पाएंगे, या केवल अपने किस्मत को कोसेंगे?

3 thoughts on “Lekhpal transfer: “अधियाचन भेजे जाने के साथ ही फिर से लटक जाएगा, अंतरमंडलीय स्थानांतरण।””

  1. Hello, Meri wife bhi lekhpal jinki posting 2016 se hi 400 k. M. Door hai mera beta aaj 6 saal ka kab ho gaya pata hi nhi chala. Ab isi doori ke chlate ham pati patni jald hi tallak lene ja rahe hai… Lekin is Be Pariwaar ka c. m mere dard ko kya samjheg

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