Lekhpal promotion हा! हा! लेखपाल दुर्दशा न देखी जाई।

आप सभी ने एक सुप्रसिद्ध कहावत तो सुनी ही होगी, “अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी, टके सर खाजा।” यह कहावत चरितार्थ हो रही है, lekhpal pramotion की कार्यवाही में।

किसी को 30 साल, किसी को 18 साल तो किसी को 10 साल की सेवा में ही मिल रहा प्रमोशन।

वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में राजस्व निरीक्षक पद पर प्रमोशन की प्रक्रिया चल रही है जिसमे लेखपाल, संग्रह अमीन, और भू अर्जन अमीन की राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति की तैयारी चल रही है। इस पदोन्नति में जहां 10/12/1997 तक नियुक्त लेखपाल, 06/01/2006 तक नियुक्त संग्रह अमीन तो वहीं 17/02/2014 तक नियुक्त भू अर्जन अमीन को राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति मिल रही है।

प्रमोशन में कोटे की वजह से है गड़बड़झाला

राजस्व निरीक्षक पद की प्रोन्नति में लेखपाल संवर्ग का 76 प्रतिशत कोटा है, जबकि संग्रह अमीन संवर्ग का 22 प्रतिशत कोटा है तो वहीं भू अर्जन अमीन का 2 प्रतिशत कोटा है। लेखपाल संवर्ग की संख्या अधिक होने के कारण उन्हें समय से प्रोन्नति का अवसर नहीं मिल रहा है।

अमीन संवर्ग का राजस्व निरीक्षक पद से नहीं है कोई लेना देना, फिर भी बन रहे राजस्व निरीक्षक

राजस्व विभाग के अंतर्गत भूलेख संवर्ग में लेखपाल के बाद का वरिष्ठता क्रम राजस्व निरीक्षक का है, लेखपाल राजस्व निरीक्षक के पर्यवेक्षण के अंतर्गत कार्य भी करते हैं, जबकि अमीन राजस्व निरीक्षक के अंतर्गत कार्य भी नही करते हैं।

लेखपाल के साथ नियुक्त चपरासी ही बन जा रहे उनके अधिकारी।

लेखपाल की इससे बड़ी दुर्दशा क्या हो सकती है कि लेखपाल के साथ नियुक्त संग्रह चपरासी जो समूह घ का पद है, प्रमोशन पाकर पहले अमीन और फिर दोबारा प्रमोशन पाकर राजस्व निरीक्षक बनकर लेखपालों के अधिकारी बन जा रहे हैं , जबकि लेखपाल उनके अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। लेखपाल के लिए इससे अधिक अपमानजनक बात क्या हो सकती है?

अमीन पद से आए राजस्व निरीक्षक को भूलेख की नहीं है कोई जानकारी।

अमीन पद से आए, राजस्व निरीक्षको को भूलेख की कोई जानकारी नहीं है, जबकि राजस्व निरीक्षक बनने के बाद इनका मुख्य कार्य, उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता 2006 के अंतर्गत धारा 24 के प्रकरणों में भूमि का सीमांकन कार्य करना होता है, जिसमे सीमांकन करना और फील्डबुक बनाने जैसे महत्वपूर्ण और जटिल कार्य हैं। अमीन पद से आए हुए राजस्व निरीक्षक यह कार्य करने में असमर्थ है, इनका सारा कार्य इनके अधीनस्थ लेखपाल द्वारा किया जाता है, ये बस हस्ताक्षर बनाते हैं। तहसील से लेकर राजस्व परिषद तक बैठे सारे अधिकारी इस बात को बखूबी जानते हैं, लेकिन फिर भी तमाशा देख रहे हैं, और ये तमाशा जोरो शोरो से चल रहा है।

तमाशबीन बना हुआ है लेखपाल संघ

Lekhpal promotion में लेखपाल की इस दुर्दशा पर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ मूक बाधिर बनकर मौन धारण किए हुए है, न ही इस मुद्दे को जिम्मेदार अधिकारियों के सामने ढंग से रख रहा है, और न ही इस मुद्दे पर न्यायालय में जा रहा है.

8 thoughts on “Lekhpal promotion हा! हा! लेखपाल दुर्दशा न देखी जाई।”

  1. यानि लेखपाल से 9 साल या 17 साल जूनियर कर्मचारी उसका अधिकारी बन जाएगा वाह क्या व्यवस्था है

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  2. सही जानकारी समाज में प्रसारित करने के लिए बहुत अच्छा माध्यम है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

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  3. Bahut badi vidambana hai mere saath kaam karne wale kai chaprasi kanoongo banker hamare Adhikari ban gaye hai.jo kabhi mere liye tea late the wo aaj mugh ko adesh de rahe hai.
    Phir bhi U.P.Lekhpal Sangh Maun hai.

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  4. लेखपालों के साथ घोर अन्याय हो रहा है।
    सरकार को चाहिए की इस व्यवस्था मे कुछ सकारात्मक बदलाव लाएं जिससे लेखपाल भी समय पर प्रोन्नत हो और उसके अंदर ऊर्जा का संचार हो।

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  5. संग्रह अमीन पूर्व मे नायब तहसीलदार के पद पर प्रमोशन पाते थे, लेखपाल संघ के अवरोध के कारण ही वह राजस्व निरीक्षक बनाये जा रहे है। लेखपाल से बना राजस्व निरीक्षक और उसके बाद बना नायब तहसीलदार, जिसका मुख्य कार्य वसूली है उसकी इन लेखपालों को क्या जानकारी है। अमीन जब राजस्व निरीक्षक बनाया जाता है तो माननीय परिषद उसको ट्रेनिंग कराता है आप सब लोंग तो परिषद की व्यवस्था को ही चुनौती दे रहे है।

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  6. लेखपाल/ संघ के पदाधिकारी की ऐसी घटिया मानसिकता भी हो सकती है इस lekhpalnews.com बनाकर इन्होंने साबित कर दिया | अगर तुम्हारे नेताओं में इतनी कैपेसिटी है तो अमीनो को नाम तहसीलदार के पद पर पदोन्नति बहाल करवा दीजिए| फिर हम राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति नहीं लेंगे | और आप लोग कह रहे हो कि अमीनो को राजस्व निरीक्षक की जानकारी नहीं होती है अच्छा एक बात बताओ कि जब तुम लेखपाल बनते हो तो अपने घर से ही सीधे जानकारी लेकर आते हो या ट्रेनिंग के बाद जानकारी होती है | हम जानते हैं तुम्हारे नेताओं को कैसी माफी मांगी है| अब ज्यादा मत कहलवाओ अमीन संघ बहुत मजबूत है इससे टक्कर मत लो|
    अनुज कुमार पूर्व प्रांतीय महामंत्री राजस्व संग्रह अमीन संघ उत्तर प्रदेश

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